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बताई के/ आर. डी. एन. श्रीवास्तव

adminSep 26, 20241 min read

काने में ढोल बजाई केसभकर नाव बताई के॥ तस से भाईचारा क लींत हमके गरिआई के॥ नेतवे जब खइहें दुबरा संगकाटी दूध मलाई के॥ जे के देख ऊ काकी हगांव में अब भउजाई के॥ खेते में जब भूखिए ऊगीमेंड के…

भारी भरम बा – देवेन्द्र कुमार राय

adminSep 24, 20241 min read

आगे जाईं कि पिछे लखात नइखे, चुपे रहीं कि बोली बुझात नइखे। जमते जमतुआ जुगजितना भइल, हमरा जोडी़ के केहू भेंटात नइखे। जे बइठल बा उहे घवाहिल भइल, चोट लगलो प हमरा दुखात नइखे। डेग जसहीं बढ़ाईंं थथम जाअइला, राय…

सब लोग देहात से जात बाड़े शहर/ प्रभुनाथ उपाध्याय

adminSep 27, 20241 min read

सब लोग देहात से जात बाड़े शहर।हर केहू पकड़ले बाऽ एगही डहर॥ गँउआँ में नाही केहू रहे चाहतसब केहू बतिया एगही कहत।एही से गाँवन में भइल बाटे कहरसब लोग देहात से जात बाड़े शहर॥ सब केहू कहेला कि लइका बाटे…

वृत्त वाला खेत / केशव मोहन पाण्डेय

adminSep 19, 20241 min read

सबसे उपजाऊँसबसे सयगरटोला के उत्तरगंडक के कछार मेंदूर-दूर ले विस्तारित बावृत्त वाला खेत केचैकसलहलहात स्वरुप।सभे मन से जुट जालाएके जोते, कोड़े, बोये मेंएकर विस्तारकबो मनई विहीन ना रहेलाकेहू ना केहूकवनो ना कवनोडँड़ार के बीचेलउकीए जालाकुछु सोहतकुछु बोअतअसरा के चादर ओढलेउम्मीद…

जाड़ा के पहाड़ा/ पं॰ कुबेरनाथ मिश्र ‘विचित्र’

adminOct 4, 20241 min read

जाड़ एकम् जाड़ काँपेला हाड़जाड़ दुनी रजाई के हमके ओढ़ाई जाड़ तियाई कमरा हइए नइखे हमराजाड़ चउको चदरा घेरले बाटे बदरा जाड़ पचे सुइटर पेन्हले बाने मास्टरजाड़ छके मोजा खोले के बा रोजा जाड़ सत्ते साल पड़ल बा अकालजाड़ अट्ठे…

कविता

गीत

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सखी हमरो बलम/ यमुना तिवारी ‘व्यथित’

सखी हमरो बलम/ यमुना तिवारी ‘व्यथित’

adminOct 4, 20241 min read

सखी, हमरो बलम,कारखाना में काम करेलन । कारखाना जाइ के लोहा बनावेलन,लोहा बनाई देश आगे बढ़ावेलन,देश के खातिर पसीना बहावेलन,देशवा के खातिर जीवन अपरन ।सखी, हमरो बलम | कन्हियाँ पर हल लेई तोहरो सजनवाँ,अन्न उपजाव, भइले गाँव के किसनवाँ,हरवा कुदरिया…

सामयिक रचना/ यमुना तिवारी ‘व्यथित’

सामयिक रचना/ यमुना तिवारी ‘व्यथित’

adminOct 4, 20241 min read

संसद पर कइलसजवन आतंकी चढ़ाई,ओकरो के देशवा मेंफाँसी ना दिआई ।सुरसा के मुँह असबढ़ता महंगाई,नंगा निचोड़ी काका ऊ नहाई ?सामाजिक समरसता केदेके दुहाई,आरक्षन के नाम परहोत बा लड़ाई ।पेट्रोल डीजल महंगा भइलेमहंगा भइल ढोआई,सब्जी-भाव आकास छूएका कोई खाई ?