देवी / राजकुमार प्रेमी
गलिये – गलिये मईया घूमि घूमि देखेली,
केहू नाहीं बईठे के कहे, फुलवन्ती मईया
केहू नाहीं बइठे के कहे ।
आपन महलिया से देखलस ‘प्रेमी’ सेवक,
चलिं मईया हमरी दुआरी, भवानी मईया,
चलिं मईया हमरी दुआरी ।
बइठे के देहब मईया कुशवा के आसन,
निमियाँ के डांर पंखा डोली, जगतारण मईया,
निमियाँ के डांर पंखा डोली ।
भगती आऊ गऊआ से चरण परवारब राउर,
सरधा के फूलवा चढ़ाईब, दुख हरणी मईया,
सरधा के फूलवा चढ़ाइब ।
कुछुओ ना माँगब मईया, कुछुओ ना चाहब,
सेवा करी हिरदा जुड़ाइब सातो बहिनी,
सेवा करी हिरदा जुड़ाइब ।